मुस्लिम महिलाओं ने पीएम को क्या लिखा, सुने।

मुस्लिम महिलाओं ने क्यों लिखा पीएम को पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 103वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 'मुझे बड़ी संख्या में उन मुस्लिम महिलाओं के पत्र प्राप्त हुए, जो हाल ही में हज यात्रा करके लौटी हैं। इन महिलाओं ने बिना मेहरम के हज यात्रा पूरी की। इनकी संख्या 50 या 100 नहीं है बल्कि 4000 है। यह एक बड़ा बदलाव है। पहले मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों के बिना हज यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं थी। मैं सऊदी अरब सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने बिना मेहरम के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं के लिए महिला समन्वयकों की तैनाती की।' पीएम मोदी ने कहा कि 'बीते कुछ सालों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपूर सराहना हो रही है। हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने इस बारे में मुझे काफी कुछ लिखा है। अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है। हज यात्रा से लौटे लोगों ने खासकर हमारी माता-बहनों ने चिट्ठी लिखकर आशीर्वाद दिया है, वो अपने आप में बहुत प्रेरक है।' बता दें कि इस्लाम में मेहरम वो पुरुष होता है, जो महिला का पति हो या खून के रिश्ते में हो। इस बार हज यात्रा पर अकेली जाने वाली 4314 महिलाओं ने आवेदन दिया था। आजादी के बाद साल 2018 में पहली बार भारत में मेहरम की अनिवार्यता को हटा दिया गया था। जिसके बाद से 3401 महिलाओं ने बिना पुरुष रिश्तेदारों या मेहरम के बिना हज यात्रा की थी। इस बार यह आंकड़ा चार हजार से ज्यादा रहा, जो अपने आप में बड़ी बात है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अनुसार, हज नीति के मुताबिक 45 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिलाएं, जिनके पास मेहरम नहीं हैं, वो चार या उससे ज्यादा संख्या में महिलाओं के समूह के साथ हज यात्रा कर सकती हैं। مسلم خواتین نے وزیر اعظم کو خط کیوں لکھا؟ وزیر اعظم نریندر مودی نے اتوار کو من کی بات کے 103 ویں ایپی سوڈ میں ہم وطنوں سے خطاب کیا۔ اس دوران وزیر اعظم مودی نے بتایا کہ 'مجھے ان مسلم خواتین کے خطوط موصول ہوئے ہیں جو حال ہی میں حج سے واپس آئی ہیں۔ ان خواتین نے بغیر محرم کے حج کی سعادت حاصل کی۔ ان کی تعداد 50 یا 100 نہیں بلکہ 4000 ہے۔ یہ ایک بڑی تبدیلی ہے۔ اس سے قبل مسلم خواتین کو مردوں کے بغیر حج پر جانے کی اجازت نہیں تھی۔ میں محرم کے بغیر حج پر جانے والی خواتین کے لیے خواتین کوآرڈینیٹر تعینات کرنے پر سعودی عرب کی حکومت کا بھی شکریہ ادا کرنا چاہوں گا۔ پی ایم مودی نے کہا کہ گزشتہ چند سالوں میں حج پالیسی میں جو تبدیلیاں کی گئی ہیں ان کی بہت تعریف کی جا رہی ہے۔ ہماری مسلمان ماؤں بہنوں نے مجھے اس بارے میں بہت کچھ لکھا ہے۔ اب زیادہ سے زیادہ لوگوں کو حج پر جانے کا موقع مل رہا ہے۔ جو لوگ حج سے واپس آئے ہیں، خاص طور پر ہماری ماؤں بہنوں نے خطوط لکھ کر جو دعائیں کی ہیں، وہ اپنے آپ میں بہت متاثر کن ہے۔ واضح کریں کہ اسلام میں محرم وہ مرد ہے جو عورت کا شوہر ہو یا خون کے رشتے میں ہو۔ اس بار اکیلے حج پر جانے والی 4314 خواتین نے درخواست دی تھی۔ آزادی کے بعد سال 2018 میں پہلی بار ہندوستان میں محرم کی مجبوری دور کی گئی۔ تب سے اب تک 3401 خواتین نے مرد رشتہ داروں یا محرم کے بغیر حج کیا ہے۔ اس بار یہ تعداد چار ہزار سے زیادہ تھی جو اپنے آپ میں ایک بڑی بات ہے۔ وزارت اقلیتی امور کے مطابق حج پالیسی کے مطابق 45 سال سے زائد عمر کی خواتین جن کا محرم نہیں ہے وہ چار یا اس سے زیادہ خواتین کے گروپ میں حج ادا کر سکتی ہیں۔
جدید تر اس سے پرانی